मै डॉ. अरविंद काशिरामजी मेहरे, Ayurvedic child specialist, Neuro & developmental pediatrician. आज . बच्चों में होनेवाला कब्ज/ मलावष्टंभ/ constipation और आयुर्वेद उपचार के बारे में बात करेंगे..
हर दिन वित्य पुरीव या मल प्रवृत्ति होनी चाहिये अगर ऐसा नहीं ‘हो वा बिलकुल न होना इसे कब्ज !
मलावष्टंभ| constipation कहते है. कुछ कुछ बच्चों को 1, 2, 8 दिन तक भी मलप्रवृत्ती नही होती है.
कब्ज ये एक चिरकारी और पिडाकर ऐसा अक्यतर मार्ग का व्याधी है। मलावष्टंभ मुख्य तहां अपान वायु की विकृती होती है. कब्ज ये व्यवहार मे कभी लक्षण स्वरूप तो कभी स्वतंत्र रूप में देखने को मिलता है।
> कब्ज के मुख्य कारण:- विषमाशंन, अध्याशंन- . जैसा बच्चो को भूक नही लगती फिर भी उन्हें खीलाते जाते है।
शुष्क, चिर्चाल गुणवाला आहार, Bekary products Formentated चिज़ो, जंक फूड, मानसिक चिंता, अग्निमांद्य, एक साल के छोटे बच्चे जो दूध पीते है। उसने – माता का आहार विद्या और सत्व कैसा है ये भी देखना जरुरी होता है। क्युकी उस बच्चे का पोषण माता की दूधपान पर ही निकट होता है ये देखना जरुरी है